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दर्द, गम, डर जो भी है बस तेरे अंदर हैं, खुद के बनाये पिंजरे से निकल कर देख, तू भी एक सिकंदर है!

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दर्द, गम, डर जो भी है बस तेरे अंदर हैं, खुद के बनाये पिंजरे से निकल कर देख, तू भी एक सिकंदर हैं!
कभी छुपा लेते है गम की दिल के किसी कोने में। कभी किसी को सब कुछ सुनाने का दिल करता है।
मेरे ग़म का छोटा सा हिस्सा लेकर तो देखो , मरने की ख्वाहिश न करने लगे तो कहना
कभी रोते नही लाख दुःख आने पर भी। और कभी यूँ ही आंसू बहाने को दिल करता है।
जो अग्नि हमें गर्मी देती है, हमें नष्ट भी कर सकती है, यह अग्नि का दोष नहीं हैं। चिंतन करो, चिंता नहीं, नए विचारों को जन्म दो।
मुझे मौत का भय नहीं है; मैं तो बस उस वक़्त वहां होना नहीं चाहता - वूडी एलेन
सपनों की उड़ान वही भर सकते हैं, जो अपने डर को पीछे छोड़ देते हैं ।
इतिहास में कभी भी आसानी से जीवन जीने वाले किसी आदमी ने याद रखने लायक नाम नहीं छोड़ा है!
समाज के एक धड़े ने मुझे रोकने के अनेको प्रयास किए, हकीकत तो ये है कि समाज ने ही मुझे आज सफल बनाया है।
मैदान से हारा हुआ इंसान तो फिर से जीत सकता है, लेकिन मन से हारा हुआ इंसान कभी नहीं जीत सकता इसलिए मन से कभी हार मत मानना।