#Hindi Quote
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आशाओं की किरण ओझिल हो नहीं सकती नारी भी कभी यूँ ही अवला हो नहीं सकती मेरी बहन को देखा मैंने, जो वीरांगना की परिभाषा हैं उसके होने पर मैं निर्भय, वो मेरी विजय की आशा है
मुश्किल कोई आ जाये तो ड़रने से क्या होगा, जीने की तरकिब निकालो मर जाने से क्या होगा।
राह संघर्ष की जो चलता है; वो ही संसार को बदलता है, जिसने रातों से जंग जीती, सूर्य बनकर वहीं निकलता है।
अगर जीत के बाद बहके नहीं, तो बहुत दूर तक जे सकते हैं…
आकाश में जितने भी तारे हैं या कि वह प्रतिबिंब हमारे हैं बगिया है जैसे बहना की तरह, जिसने फूल दिए कई सारे हैं।
जीस व्यक्ती ने कभी गलती नहीं कि उसने कभी कुछ नया करने की कोशिश नहीं कि ।
तरक्कियों की दौड़ में उसी का जोर चल गया, बना के रास्ता जो भीड़ से निकल गया।
जो रातों को कोशिशों में गंवा देते हैं, वहीं सपनों की चिंगारी को और हवा देते हैं..
जो तुफानों में पलते जा रहे हैं, वहीं दुनिया बदलते जा रहे है- जिगर मुरादाबादी
जीत जाए या हार जाए इंसान की ख्वाहिश होती है की अपने परिवार के पास जाय।