#Hindi Quote
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मगर लोग मोहब्बत का सुबूत ज़रूर मांगते है।
विधा एक कामधेनु के समान है जो हर मौसम में अमृत प्रदान करती है वह विदेश में एक माता के
कश्तियां बदलने की जरुरत नहीं दिशाओं को बदलो तो किनारे खुद ब खुद बदल जाते हैं!
मैं उस दरख्त की तरह हूं जिसके पत्ते रोज गिरकर जमीन पर बिखर जाते हैं, लेकिन वह हवाओं से अपना रिश्ता कभी नहीं बदलता।
मैं अकेली हूं लेकिन फिर भी मैं हूं मैं सब कुछ नहीं कर सकती लेकिन मैं कुछ तो कर सकती हूं और सिर्फ इसलिए कि मैं सब कुछ नहीं कर सकती मैं वह करने से पीछे नहीं हटूंगी जो मैं कर सकती हूं। अकेली
जो सही करने की हिम्मत उसी में आती है जो गलती करने से नहीं डरते है I
भले ही गिनती के चार हो मगर, जो दोस्त हो वो वफादार हो।
हवाओं के भरोसे मत उड़,चट्टाने तूफानों का भी रुख मोड़ देती हैं,अपने पंखों पर भरोसा रख,हवाओं के भरोसे तो पतंगे उड़ा करती हैं ये शायरी कहती है कि खुद पर भरोसा रखना सबसे ज्यादा जरूरी है।
आज तो हम ख़ूब रुलायेंगे उन्हें, सुना है उसे रोते हुए लिपट जाने की आदत
समान है जो रक्षण एवं हितकारी होती है l