#Hindi Quote
More Quotes
खुद के बारें में न किसी पीर से पूछो न किसी फ़क़ीर से पूछो बस कुछ देर आँखें बंद करो, जो पूछना है अपने ज़मीर से पूछो।
मैं ज़िन्दगी से नहीं अपने आप से नाराज़
अपने रिश्तो को उस ताले की तरह बनाओ जिसे हथोड़े की चोट तो मंजूर हो, मगर किसी दूसरी चाबी से खुलना मंजूर नहीं.
इस दिन हर कोई अपने पिता को स्पेशल फील करवाना चाहता
मैं उस दरख्त की तरह हूं जिसके पत्ते रोज गिरकर जमीन पर बिखर जाते हैं, लेकिन वह हवाओं से अपना रिश्ता कभी नहीं बदलता।
मैं ज़िन्दगी से नहीं, अपने आप से नाराज़ हूँ – अर्जुन
बेटी की तरफ से अपने पिता के लिए
अपने आप को विकसित करें, याद रखें गति और विकास जिंदा इंसान की निशानी है।
अपने अतीत से ये सीखना ज़रूरी है की ये न सोचना कीआज आपने जितनी मेहनत की है उससे आपको क्या मिलेगा बल्कि ये सोचिए की आज आपने जितनी मेहनत की है उससे आप आने वाले कल में क्या बन सकते हो
दूसरो के लिए कभी अपने उसूलों के साथ समझौता न कीजिए अपने आत्मसम्मान की रक्षा खुद कीजिए !