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मछलियां भी खुश हो गयी ये जानकर, की आदमी ही आदमी को जाल में फ़साने लगा हैं.

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मुर्ख व्यक्ति दूसरों को बर्बाद करने की चाहत में, इतना अँधा हो जाता हैं की उसको खुद के बर्बाद होने का पता नहीं चलता.
हर आदमी के अपने गुप्त दुख होते हैं जिन्हें दुनिया नहीं जानती; और कई बार हम किसी आदमी को कठोर समझते हैं जब वह केवल उदास होता है।
जब शौक के लिए वक्त ना मिले तो समझ लेना की जिंदगी शुरू हो गई हैं.
कल से करेंगे ये शब्द आपको कभी कामयाब नहीं होने देंगे.
जो आपको कमजोर बनाता है, वह आपको बेहतर बनाने में मदद करता है.
मैं वो खेल नहीं खेलता जिसमे जीतना फिक्स हो, क्योंकि जीतने का मजा तब हैं, जब हारने का रिस्क हो.
थक कर बैठा हूँ, हार कर नहीं, सिर्फ बाजी हात से निकली हैं, जिंदगी नहीं.
जो अपने क़दमों की काबिलियत पर विश्वास रखते हैं, वही लोग अक्सर मंज़िल पर पहुंचते हैं.
कभी-कभी घटिया लोगो का इलाज, घटिया तरीके से ही करना पड़ता है.
आदमी अच्छा था, यह सुनने के लिए, आपको मरना पड़ता है.