#Hindi Quote
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चार युगों में सिमटी श्रृष्टि, चार पहर का सन्नाटा है बहन तुम्हारे कदमों में बैठ, मन मेरा निश्चल हो जाता है-मयंक विश्नोई
जो कोई भी अपने जीवन में एक बच्चे की मदद करने के लिए कुछ भी करता है वह मेरे लिए एक नायक है ।
बहुत अंदर तक तबाह कर देते हैं वो अश्क़ जो आँखों से गिर नहीं पाते।
जीवन एक संघर्ष है, लेकिन इसे जीतने के लिए दृढ़ संकल्प की जरूरत
ज़िन्दगी की हक़ीक़त को बस इतना ही जाना है , दर्द में अकेले हैं खुशियों में ज़माना है
ये कहाँ की दोस्ती है कि बने हैं दोस्त नासेह कोई चारासाज़ होता कोई ग़म-गुसार
जो लोग दर्द को समझते हैं वो लोग कभी दर्द की वजह नहीं बनते
वो जो ख़ुशी होती है ना , वो और कही नहीं बस आपके मन में ही होती है।
कुछ यादों को आप कभी नहीं छोड़ना चाहते, चाहें उसके लिए आपको कितनी ही पीड़ा क्यों न सहनी पड़े.
नाज़ुक लगते थे जो लोग, वास्ता पड़ा तो पत्थर के निकले