#Hindi Quote
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कितना अजीब भ्रम है ये मानना कि सुन्दरता
भले ही गिनती के चार हो मगर, जो दोस्त हो वो वफादार हो।
दुःख छुपाने के कमाल को हसी कहते
हम हार गए क्योंकि हमने खुद से कहा कि हम
हवाओं ने खूब कोशिश की, मगर चिराग आंधियों में जलते रहे।
मैले कपडे फिर भी चल जाएंगे मगर मैला मन लंगड़ा
शिकवा तो बहुत है तुझसे ऐ ज़िन्दगी पर चुप इसलिए हूँ, क्योंकि जो दिया है तुमने वो भी कितनो को नसीब नही होता।
हम आने वाले ग़म को खिंचतान कर आज की ख़ुशी पे ले आते है, और उस ख़ुशी में ज़हर घोल
मंजिलें बड़ी ज़िद्दी होती हैं हासिल कहाँ नसीब से होती हैं मगर वहाँ तूफान भी हार जाते हैं जहाँ कश्तियाँ ज़िद पर होती हैं।
तुमसे मिलकर बात करके जो खुशी होती ह वह खुशी आज तक किसी से मुझे नसीब नहीं हुई