#Quote

हजारों ख़्वाब टूटते हैं, तब कहीं एक सुबह होती है.

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जब इंसान की जरूरत बदल जाती है तो उसका आपसे बात करने का तरीका भी बदल जाता है।
मैं हर रात की ख्वाहिशों को खुद से पहले सुला देता, हुन मगर रोज सुबह ये मुझसे पहले जाग जाती हैं।
बहुत दुर तक जाना पड़ता है सिर्फ यह जानने के लिए..कि नज़दीक कौन है
झूठ इसलिए बिक जाता है, क्योंकि सच खरीदने की हैसियत सबकी नही होती।
यदि हर सुबह नींद खुलते ही किसी लक्ष्य को लेकर आप उत्साहित नहीं है, तो आप जो नहीं रहे जिंदगी सिर्फ काट रहे है
जिन्हें नींद नहीं आती उन्हें को मालूम है सुबह आने में कितने ज़माने लगते हैं
लोग आपको नहीं आपके अच्छे वक़्त को अहमियत देते हैं
अगर सुबहे आपकी उदास रहेंगी , तो शामे फिर किस आस में रहेंगी।
सारी उम्र गुज़री यूं ही रिश्तों की तुरपाई में, मन के रिश्ते पक्के निकले, बाकि उधड़ गए कच्ची सिलाई में
हर सुबह उठो और खुद से कहो, आज का दिन मेरा दिन है।